गडकरी का झुककर प्रणाम करने का किस्सा क्या है?
नितिन गडकरी ने कहा कि एक मजेदार किस्सा है। मैं जब बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना तब इंदौर में बड़ा कार्यक्रम हुआ। उस दौरान मंच पर सभी बड़े नेता बैठे हुए थे। उस दौरान मैंने सिर्फ दो लोगों के पैर छुए। जिसमें एक लालकृष्ण आडवाणी थे और दूसरे गोपीनाथ मुंडे थे। तब गोपीनाथ मुंडे ने मुझे पूछा था कि नितिन तुम नीचे झुककर मुझे प्रमाण क्यों कर रहे हो? अब तुम अध्यक्ष बन गए हो। तब मैंने उनसे कहा कि अगर मैं अध्यक्ष बन गया हूं तब भी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत आपके नेतृत्व में ही हुई है। आप और मैं कहीं भी गए तब भी आप मेरे नेता रहेंगे।
गोपीनाथ मुंडे हमारे नेता थे, इसका गर्व है
निरीह गडकरी ने कहा कि गोपीनाथ मुंडे और मेरा काफी करीबी संबंध था। जब गोपीनाथ महाराष्ट्र बीजेपी के प्रमुख बने तब मैं नागपुर युवा मोर्चा का अध्यक्ष था। उनके स्वागत कार्यक्रम का संयोजक था। इसलिए राजनीति में जिस इंसान के नेतृत्व में मैंने काम किया वो कोई और नहीं बल्कि गोपीनाथ मुंडे थे। गोपीनाथ मुंडे मेरे मार्गदर्शक भी थे। इसका बात का मुझे अभिमान है।