अध्यक्ष बनने के बाद मैंने सिर्फ दो लोगों को प्रणाम किया, क्या आप जानते हैं नितिन गडकरी का वो किस्सा

मुंबई: महाराष्ट्र बीजेपी के सीनियर लीडर और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिवंगत बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे को लेकर अपनी यादें साझा कीं। गडकरी ने कहा कि मेरे राजनीति के शुरुआती दिनों में मुझे गोपीनाथ मुंडे का काफी सहयोग और समर्थन मिला था। गोपीनाथ मुंडे हमारे नेता थे। इस दौरान गडकरी ने एक किस्सा भी सुनाया। नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद इंदौर में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था। उस दौरान अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद मैंने मंच पर प्रणाम किया था। जिनमें एक लालकृष्ण अडवाणी और दूसरे गोपीनाथ मुंडे थे। दरअसल राज्य के नासिक जिले में गोपीनाथ मुंडे की स्मारक का और पुतले का लोकार्पण कार्यक्रम शनिवार को पूरा हुआ। इस कार्यक्रम में नितिन गडकरी, एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री भारती पवार, पंकजा मुंडे, छगन भुजबल, राधाकृष्ण विखे पाटिल और बालसाहेब थोरात समेत कई नेता मौजूद थे। नितिन गडकरी ने यह बात इसी कार्यक्रम में कही।

गडकरी का झुककर प्रणाम करने का किस्सा क्या है?
नितिन गडकरी ने कहा कि एक मजेदार किस्सा है। मैं जब बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना तब इंदौर में बड़ा कार्यक्रम हुआ। उस दौरान मंच पर सभी बड़े नेता बैठे हुए थे। उस दौरान मैंने सिर्फ दो लोगों के पैर छुए। जिसमें एक लालकृष्ण आडवाणी थे और दूसरे गोपीनाथ मुंडे थे। तब गोपीनाथ मुंडे ने मुझे पूछा था कि नितिन तुम नीचे झुककर मुझे प्रमाण क्यों कर रहे हो? अब तुम अध्यक्ष बन गए हो। तब मैंने उनसे कहा कि अगर मैं अध्यक्ष बन गया हूं तब भी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत आपके नेतृत्व में ही हुई है। आप और मैं कहीं भी गए तब भी आप मेरे नेता रहेंगे।

गोपीनाथ मुंडे हमारे नेता थे, इसका गर्व है
निरीह गडकरी ने कहा कि गोपीनाथ मुंडे और मेरा काफी करीबी संबंध था। जब गोपीनाथ महाराष्ट्र बीजेपी के प्रमुख बने तब मैं नागपुर युवा मोर्चा का अध्यक्ष था। उनके स्वागत कार्यक्रम का संयोजक था। इसलिए राजनीति में जिस इंसान के नेतृत्व में मैंने काम किया वो कोई और नहीं बल्कि गोपीनाथ मुंडे थे। गोपीनाथ मुंडे मेरे मार्गदर्शक भी थे। इसका बात का मुझे अभिमान है।

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