अमेरिका में बढ़ता जा रहा भारतीयों का दबदबा, एक इंडियन को फिर मिली इस बड़ी कंपनी में सुपर बॉस की जिम्मेदारी

Photo:INDIA TV अमेरिका में बढ़ता जा रहा भारतीयों का दबदबा

Indian-American: अमेरिका में भारतीयों का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है। माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और YouTube में पहले से ही भारतीय मूल के सीईओ हैं। अब एक और बड़ी कंपनी में एक इंडियन को सुपर बॉस की जिम्मेदारी मिली है। अमेरिकी शहर डलास स्थित कंपनी ‘नेक्स्ट’ के भारतीय-अमेरिकी सीईओ अरुण अग्रवाल को 2024 पूंजी बॉन्ड कार्यक्रम विकास प्रक्रिया के तहत कम्युनिटी बॉन्ड टास्क फोर्स (CBTF) का चेयरमैन बनाया गया है। अग्रवाल 2024 पूंजी बॉन्ड कार्यक्रम को ध्यान में रखकर परियोजनाओं को चुनने और उनकी समीक्षा करने के लिए डलास नगर परिषद और नगर कर्मियों की मदद करने के लिए 15 सदस्यीय समूह सीबीटीएफ की अगुआई करेंगे। बता दें, हाल ही में भारतीय मूल के नील मोहन को यूट्यूब में सीईओ की जिम्मेदारी मिली थी, जिसके बाद वह चर्चा में आए थे।

अग्रवाल ने जताई खुशी

बांड कार्यक्रमों का मकसद शहर की पूंजीगत जरूरतों का भुगतान करना है। इसके लिए मतदाताओं की मंजूरी जरूरी है। इसका अर्थ है कि इस कोष से वेतन, लाभ और अन्य कार्यक्रम संबंधी लागतों के लिए भुगतान नहीं कर सकता है। अग्रवाल ने बताया कि मैं विशेष रूप से पार्कों, गलियों और मनोरंजन सुविधाओं में बड़ा निवेश करने में मदद करने के लिए उत्साहित हूं। बता दें कि अमेरिका की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल के सीईओ भी भारतीय ही हैं। गूगल एलएलसी और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई का जन्म केरल के मदुरै में हुआ था। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-खड़गपुर) से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद वर्ष 2004 में अपने करियर की शुरूआत की थी। वह वर्ष 2015 में गूगल के सीईओ बन गए थे। 

गाजियाबाद से है अग्रवाल का कनेक्शन

भारतीय मूल के अमेरिकी अरुण अग्रवाल का गाजियाबाद से जुड़ाव रहा है। उन्होंने गाजियाबाद स्थित आईएमटी से एमबीए किया है। उसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए बाहर चले गए, जहां उन्होंने सदर्न न्यू हैम्पशायर विश्वविद्यालय से कंप्यूटर इंफॉर्मेशन सिस्टम में पीजी और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सर्टिफिकेट हासिल किया है। 

Latest Business News


Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published.