Rahul Gandhi on BJP: लोकतंत्र की परीक्षा की घड़ी, मुझे बोलने नहीं दिया जाएगा
लंदन में दिए बयानों पर जारी है गतिरोध
राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयानों को लेकर संसद में सत्तापक्ष और विपक्ष में गतिरोध जारी है। इसे लेकर बीजेपी के तमाम नेता राहुल पर हमलावर हैं। यह मामला ठंडा भी नहीं पड़ा है कि राहुल गांधी के घर रविवार को दिल्ली पुलिस पहुंच गई। हालांकि, इसका लंदन वाले मामले से लेनादेना नहीं है। यह कश्मीर में राहुल के बयान से जुड़ा मसला है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कश्मीर में बोला था कि उनसे कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की है। आज भी महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न होता है। राहुल से दिल्ली पुलिस इन महिलाओं की डिटेल्स चाहती है ताकि वह कानूनी कार्रवाई कर सके। इसी कारण वह राहुल के घर पहुंची थी। यानी राहुल के बयान ही उनके लिए मुश्किल बढ़ा रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के ऐक्शन को बीजेपी ने बताया सही
बीजेपी ने पुलिस की इस कार्रवाई को जायज और तार्किक बताया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा है कि नाम बताए बगैर पीड़ित महिलाओं को न्याय कैसे मिलेगा। दिल्ली पुलिस का ऐक्शन राहुल के लंदन वाले बयान पर घमासान के बीच हुआ है। यहां तक राहुल इस पर सफाई भी दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि उन्होंने उस तरह बात नहीं की जिस तरह बीजेपी दावा कर रही है। राहुल ने लंदन में भारतीय लोकतंत्र पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत में डेमोक्रेटिक कॉम्पिटिशन का तरीका पूरी तरह बदल गया है। इसकी वजह RSS नाम का संगठन है। यह संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड की तर्ज पर बना है। इस संगठन ने सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा था।
कांग्रेस का रुख शुरू से एक जैसा
इसे लेकर बीजेपी का रुख आक्रामक है। उसने राहुल के बयान को विदेश से भारत पर हमला करार दिया है। वह राहुल से लगातार माफी मांगने का दबाव बना रही है। इसके उलट कांग्रेस का कहना है कि यह सबकुछ अडानी मामले से ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी मामले ने तूल पकड़ लिया था। कांग्रेस इसके जरिये उद्योगपति गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिश्तों को उछाल रही थी। अब जब राहुल के बयानों पर ऐक्शन हुआ है तो उसने फिर इसी की आड़ ली है। कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस के रुख पर हैरानी जताई है। उसने कहा है कि राहुल गांधी ने जो बयान 45 दिनों पहले दिया था उस पर दिल्ली पुलिस ने इतने दिनों बाद ऐक्शन लेने का मन कैसे बनाया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने दावा किया कि अडानी मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए यह कदम उठाया गया है। लेकिन, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल पीछे नहीं हटेंगे।