वीडियो को रिकॉर्ड कर रही महिला इसे देखकर चौंक जाती है। वह कहती है, ‘यह एयरोप्लेन नहीं है। ये इतने करीब क्यों हैं? यह क्या है?’ महिला कहती है, ‘मैं इस समय कांप रही हूं। मैं झूठ नहीं बोलूंगी। यह एयरोप्लेन जैसा बिल्कुल नहीं दिख रहा है। यह जमीन के काफी पास है और मैं एयरपोर्ट के पास भी नहीं हूं।’ Latest UFO Sightings के अनुसार, मॉन्ट्रियल में ‘कई बार यूएफओ’ देखे जा चुके हैं जिनमें 1960 के दशक की कई रिपोर्ट्स शामिल हैं।
क्या है यूएफओ के वीडियो का सच?
हालांकि ताजा घटना को उस ‘इतिहास’ में शामिल नहीं किया जा सकता। फैक्ट चेकिंग अकाउंट @ufooofinterest ने रहस्यमय ऑब्जेक्ट्स की असलियत का खुलासा किया है। फैक्ट चेकर्स ने ट्विटर पर लिखा, ‘ये चार बेल सीएच-146 ग्रिफॉन के साथ रॉयल कैनेडियन एयर फोर्स का सैन्य अभ्यास था।’ यूएफओ को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन की एक स्टडी ‘मदरशिप’ का दावा करती है। पेंटागन यूएफओ चीफ के अनुसार सोलर सिस्टम में एक मदरशिप मौजूद हो सकती है जिस पर संभवतः एलियंस रहते हों।
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‘यूएफओ’ का इतिहास
हालांकि अभी तक इस अध्ययन की समीक्षा नहीं हुई है। यूएफओ शब्दा का इस्तेमाल साल 1952 में सबसे पहले अमेरिकी एयरफोर्स की ओर से किया गया था। हवा में नजर आने वाली उड़ती हुई किसी अज्ञात वस्तु के लिए यूएफओ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। साल 1947 में अमेरिकी वायुसेना के पायलट नेथ अर्नोल्ड ने यूएफओ के बारे में दुनिया को बताया था। वॉशिंगटन में माउंट रेनियर के ऊपर उड़ते हुए उन्हें नौ चमकदार ऑब्जेक्ट दिखाई दिए थे। पहले उन्होंने इसके लिए यूएफओ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया लेकिन आगे चलकर उन्हीं की वजह से यह शब्द प्रचलित हुआ।