चीन में लोग इस समय फ्लू की दवा की जमाखोरी करने में जुट गए हैं। कोविड की मार से उनमें इस कदर दहशत है कि इसकी ऑनलाइन बिक्री 100 गुना बढ़ चुकी है। लोग अपने घरों में इस दवा को स्टॉक कर रहे हैं।
International
oi-Anjan Kumar Chaudhary

चीन
में
फ्लू
या
बुखार
की
गोलियों
की
जबर्दस्त
जमाखोरी
शुरू
हो
गई
है।
जिसे
जहां
से
मिल
रहा
है,
वही
इस
दवा
को
स्टॉक
कर
रहा
है।
ऑनलाइन
प्लेटफॉर्म
से
यह
दवा
सबसे
ज्यादा
मंगवाई
जा
रही
है।
चंद
दिनों
में
ही
सिर्फ
ऑनलाइन
बाजार
में
5
लाख
से
ज्यादा
यूनिट
बेची
जा
चुकी
है।
वहां
के
जानकार
बता
रहे
हैं
कि
लोग
अभी
कोरोना
वाली
दहशत
से
उबरे
नहीं
है।
इसलिए
उनमें
जमाखोरी
की
प्रवृत्ति
देखी
जा
रही
है।
दवा
जमा
करने
वालों
में
वैसे
लोगों
की
भी
भरमार
है,
जिनके
बच्चे
छोटे
हैं
और
वह
काफी
संख्या
में
फ्लू
की
चपेट
में
आ
रहे
हैं।

चीन
में
फ्लू
की
गोलियों
की
जमाखोरी-रिपोर्ट
ब्लूमबर्ग
की
एक
रिपोर्ट
के
मुताबिक
चीन
में
लोग
इन
दिनों
फ्लू
की
गोलियों
की
जमाखोरी
में
जुट
गए
हैं।
इसकी
वजह
से
पिछले
साल
की
तुलना
में
फ्लू
की
गोली
की
ऑनलाइन
बिक्री
में
100
गुना
बढ़ोतरी
हो
गई
है।
दरअसल,
चीन
अभी
भी
कोविड
महामारी
के
प्रकोप
से
किसी
तरह
से
संभलने
की
कोशिश
में
है
और
ऐसे
में
फ्लू
के
प्रकोप
ने
देश
में
दहशत
पैदा
कर
दी
है
और
लोग
आंख
मूंदकर
फ्लू
की
दवा
स्टॉक
करने
में
जुटे
हैं।

सिर्फ
13
दिनों
में
बिकी
5,33,100
यूनिट
चीन
में
फ्लू
की
जेनरिक
दवा
ओसेल्टामिविर
के
नाम
से
बिकती
है।
रिपोर्ट
में
विश्लेषकों
के
हवाले
से
दावा
किया
गया
है
कि
चाइनीज
ई-कॉमर्स
प्लेटफॉर्म
ताओबाओ
और
टीमॉल
पर
मार्च
महीने
के
पहले
13
दिनों
में
ही
इस
दवा
की
5,33,100
यूनिट
बिक
चुकी
है।
आंकड़ों
से
पता
चलता
है
कि
रोजाना
की
बिक्री
की
औसत
में
एक
साल
पहले
के
मुकाबले
129
गुना
बढ़ोतरी
हुई
है।
शंघाई
में
रहने
वाले
एक
हेल्थकेयर
एनालिस्ट
वैंग
रुइझे
ने
बताया
है
कि
‘कोविड
के
भयानक
प्रकोप
को
देखने
की
वजह
से
लोगों
के
ज्यादा
घबराने
की
संभावना
है।’

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कोविड
की
दशहत
से
नहीं
उबर
पा
रहे
लोग
उनका
यह
भी
कहना
है
कि
‘इसके
साथ
ही
तुलनात्मक
रूप
से
एंटीवायरल
के
कम
स्टॉक
की
वजह
से
अस्थाई
तौर
पर
सप्लाई-डिमांड
की
मिसमैच
और
कीमतों
में
बढ़ोतरी
हो
रही
है।’
चीन
में
दवा
की
जमाखोरी
वहां
के
लोगों
में
अप्रत्याशित
दहशत
दिखाती
है।
क्योंकि,
पिछले
साल
दिसंबर
में
वहां
की
सरकार
ने
अचानक
से
जीरो
कोविड
पॉलिसी
पर
कदम
पीछे
खींचे
थे,
जिसके
बाद
अस्पतालों
में
कदम
रखने
की
जगह
कम
पड़
गई
थी।
वैंग
ने
बताया
कि
कोविड
की
चिंता
के
मारे
लोग
धड़ल्ले
से
फ्लू
की
दवा
खरीदने
में
लगे
हुए
हैं।

पॉजिटिविटी
में
जबर्दस्त
उछाल
उनके
मुताबिक,
‘ऐसा
लगता
है
कि
कुछ
लोग
इस
समय
एंटीवायरल
की
जमाखोरी
कर
रहे
हैं।
बच्चों
में
फ्लू
फैलने
से
माता-पिता
की
घबराहट
बढ़ती
जा
रही
है।
पहले
की
कोविड
की
लहरों
के
चलते
भी
चिंता
बढ़
रही
है।’
चीन
के
सेंटर
फॉर
डिजीज
कंट्रोल
एंड
प्रिवेंशन
ने
कहा
है
कि
5
मार्च
से
शुरू
हुए
हफ्ते
में
चीन
में
फ्लू
के
मामलों
की
पॉजिटिविटी
दर
की
रफ्तार
42%
थी।
जबकि
इससे
पहले
वाले
हफ्ते
में
यह
25%
था।

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26
मार्च
तक
बंद
गौरतलब
है
कि
फ्लू
के
मामले
दुनिया
भर
में
चिंता
की
वजह
बन
रही
हैं।
लेकिन,
चीन
की
हालत
ज्यादा
चिंताजनक
होती
जा
रही
है।
हाल
ही
में
वहां
पर
लॉकडाउन
की
चर्चा
होने
के
बाद
लोगों
में
एक
बार
फिर
से
हड़कंप
मचना
शुरू
हो
गया
था।
हालांकि,
सोशल
मीडिया
पर
विरोध
को
देखते
हुए
फिलहाल
इस
तरह
का
कोई
भी
सख्त
कदम
नहीं
उठाया
गया
है।
(तस्वीरें-
सांकेतिक)
English summary
Hoarding of flu drugs has started in China. Online sales have increased more than 100 times in the last year