‘छोड़कर जा रही जान.. अपना ख्याल रखिएगा, बेवफा इंजीनियर पति को छोड़ कुछ इस तरह रुखसत हुई टीचर पत्नी

मुजफ्फरपुर: ‘खुश रहो जान! तुमने जो हमारे साथ धोखा किया है, प्लीज किसी और के साथ मत करना। वरना सच्चे प्यार से लोगों का भरोसा उठ जाएगा।’ अजमत अनिश ने अपने शौहर मोहम्मद जाहिद के कहने पर सल्फास भी खा ली। ताकि लोगों का प्यार, इश्क, मोहब्बत पर से भरोसा न उठे। अपनी मोहब्बत की लाज रखने के लिए जिंदगी को दांव पर लगा दी। परलोक से भी अजमत को इस बात पर फक्र हो रहा होगा कि उसने प्यार के मान-सम्मान को बरकरार रखा। मगर अफसोस भी हो रहा होगा कि उसने जिसे अपनी जिंदगी के काबिल समझा, वो उसके लायक नहीं था।

अजमत ने जिसे चुना, वो उसके लायक नहीं था!

अजमत अनिश पेशे से शिक्षक थी। मतलब पढ़ी-लिखी थी। पैसे की भी परेशानी नहीं थी। उसने इंजीनियर जावेद को अपना हमसफर चुना था। दोनों ने सालभर पहले ही लव मैरिज किया था। हालांकि अजमत के पिता इसके लिए रजामंद नहीं थे, मगर बेटियों के आंसू के सामने किसी पिता की कहां चली है। उन्होंने ना-नूकुर करते हुए सहमति दे दी। बेटी को पढ़ा-लिखाकर इस काबिल बनाया था कि वो दुनिया का मुकाबला कर सके। एक पिता के तौर पर उनसे जो हो सका, सबसे बेहतर किया। मगर बेटियों के साथ सामाजिक दिक्कत है कि उसे एक न एक दिन पिता के घर से रुखसत होना होता है। अजमत की जिंदगी में जावेद नाम का शख्स आया और फिर सालभर में उसकी जिंदगी तबाह हो गई। आखिरकार उसे दुनिया को अलविदा कहने का फैसला लेना पड़ा।

‘सच्चे प्यार से लोगों का भरोसा उठ जाएगा…’

दुनिया छोड़ने से अजमत अनिश ने मोबाइल पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया। इसमें उसने कहा कि ‘खुश रहो जान! तुमने जो हमारे साथ धोखा किया है, प्लीज किसी और के साथ मत करना। वरना सच्चे प्यार से लोगों का भरोसा उठ जाएगा। जहर खाने को लेकर मेरा पति बराबर ताना देता था। उसने ही मुझे दुकान पर भेज कर सल्फास (कीटनाशक) मंगवाया। मैंने उसे खा लिया।’ अस्पताल में मौत से पहले अजमत ने बताया कि पति (जाहिद) हमेशा सल्फास खाने को कहता था। आज भी उसने सल्फास लाने को कहा था। मैंने लाकर गोलियां खा ली। उसके पति के कई लड़कियों से अवैध संबंध थे। उसने यामिन कुरैशी का भी नाम लिया है। पति के अवैध संबंधों को लेकर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था।

‘आपको यही ख्वाहिश थी न, कि हम आपको छोड़ दें’

वीडियो रिकॉर्ड करने से पहले दिख रहा है कि अजमत के हाथ में सल्फास की गोलियां है। वो कह रही है कि ‘आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था। ये सल्फास की पैकेट है। आपको यही ख्वाहिश थी न, कि हम आपको छोड़ दें। छोड़कर जा रहे जान। अपना ख्याल रखिएगा। मेरी तरह और किसी को धोखा मत दीजिएगा। ठीक है। अपना बहुत ख्याल रखिएगा। सब हमको फंसाया। आप मेरे साथ गलत करेंगे, इसका मुझे कभी उम्मीद नहीं थी।’ इतना कहने के बाद वीडियो बंद कर सल्फास खा लिया। फिर अस्पताल में पूछताछ के दौरान उसने कई जानकारियां दी। मगर एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर के डॉक्टर अजमत को नहीं बचा सके।

अहियापुर के सहबाजपुर स्कूल में शिक्षिका थी अजमत

अजमत अनिश के पिता मंजूर हुसैन ने बताया कि वो अहियापुर के कोल्हुआ के रहने वाले हैं। उनकी बेटी अहियापुर के सहबाजपुर में शिक्षिका थी। पिछले साल 25 फरवरी 2022 को उसे शिक्षिका की नौकरी लगी थी। अहियापुर के सहबाजपुर स्कूल में पोस्टिंग थी। नौकरी लगने के बाद बेटी की शादी तुर्की ओपी के लदौरा निवासी मोहम्मद जाहिद से 1 अप्रैल 2022 को की थी। कांटी थाने के गरम चौक पर किराए के मकान में दोनों रहते थे। शादी के कुछ दिनों बाद ही उसका पति जाहिद उसे प्रताड़ित करने लगा। उसके दूसरी लड़कियों से अवैध संबंध थे। विरोध करने पर उनकी बेटी के साथ मारपीट भी करता था। आखिरकार पति की बेवफाई से तंग आकर उसने अपनी जिंदगी को ही अलविदा कह दिया।

रिपोर्ट- संदीप कुमार

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