राजधानी
के
हर
घर
में
निर्बाध
जलापूर्ति
को
लेकर
मुख्यमंत्री
अरविंद
केजरीवाल
ने
कमर
कस
ली
है।
केजरीवाल
ने
दिल्ली
में
पानी
की
उपलब्धता
बढ़ाने
के
लिए
बैठक
की।
उन्होंने
कहा
कि
दिल्ली
के
सभी
ट्यूबवेल
चालू
होने
चाहिए।
नए
ट्यूबवेल
लगाने
का
काम
जल्द
पूरे
हो
और
खराब
ट्यूबवेल
को
24
घंटे
के
भीतर
ठीक
किए
जाएं।
अगर
अधिकारी
चार
दिन
में
इसे
ठीक
नहीं
करते
हैं
तो
उनपर
कार्रवाई
हो।
केजरीवाल
ने
25
मार्च
को
फिर
इन
योजनाओं
को
लेकर
बैठक
करने
की
बात
कही।
बुधवार
को
मुख्यमंत्री
आवास
पर
बने
कैंप
कार्यालय
में
आयोजित
बैठक
में
पानी
की
आपूर्ति
सुनिश्चित
करने
की
योजना
पर
चर्चा
के
दौरान
अरविंद
केजरीवाल
ने
कहा
कि
सबसे
जरूरी
है
पानी
की
इस्तेमाल
के
साथ
उसके
बर्बादी
रोकने
पर
ध्यान
दिया
जाए।
इसके
लिए
यूजीआर,
पाइपलाइन
के
सभी
टैपिंग
(जोड़)
पर
फ्लो
मीटर
लगाया
जाएं,
जिससे
पता
चले
कि
कितना
पानी
बर्बाद
हो
रहा
है।
फ्लो
मीटर
लगने
से
कौन
सा
ट्यूबवेल
चल
रहा
है
और
कौन
सा
बंद
है,
यह
भी
पता
चल
सकेगा।
उन्होंने
कहा
कि
लीकेज
से
दिल्ली
में
बहुत
पानी
बर्बाद
होता
है।
टैंकर
में
भी
उन्होंने
जीपीएस
से
निगरानी
करने
का
निर्देश
दिया।
जलाशयों,
एसटीपी
के
जरिए
पानी
की
उपलब्धता
बढ़ाई
जाए
केजरीवाल
ने
कहा
कि
पानी
की
उपलब्धता
बढ़ाने
के
नए
सीवेज
शोधन
संयंत्र
(एसटीपी)
लगाने
का
काम
जल्द
पूरा
किया
जाए।
उन्होंने
कहा
कि
शोधित
सीवेज
के
पानी
को
झील,
तालाब
या
जलाशयों
में
ले
जाते
हैं।