अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि ओडिशा में बीजद बहुत स्पष्ट है कि वह संभावित तीसरे मोर्चे का हिस्सा नहीं बनने जा रहा है।
Samachar
oi-Dharmender Kumar

बीजू
जनता
दल
के
अंदरूनी
सूत्रों
ने
उन
अटकलों
को
खारिज
किया
है,
जिनमें
कहा
जा
रहा
था
कि
ओडिशा
के
मुख्यमंत्री
नवीन
पटनायक
और
पश्चिम
बंगाल
की
सीएम
ममता
बनर्जी
23
मार्च
को
अपनी
संभावित
बैठक
के
दौरान
“विपक्षी
एकता”
पर
चर्चा
कर
सकते
हैं।
दरअसल
सीएम
ममता
बनर्जी
22
मार्च
को
पुरी
में
12वीं
शताब्दी
के
जगन्नाथ
मंदिर
में
पूजा
करेंगी
और
अगले
दिन
अपने
दो
दिवसीय
ओडिशा
दौरे
से
कोलकाता
लौटने
से
पहले
नवीन
पटनायक
से
मुलाकात
करेंगी।
आपको
बता
दें
इन
कयासों
को
उस
वक्त
बल
मिला,
जब
उत्तर
प्रदेश
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
और
समाजवादी
पार्टी
के
अध्यक्ष
अखिलेश
यादव
ने
भाजपा
और
कांग्रेस
से
समान
दूरी
बनाए
रखते
हुए
ममता
बनर्जी
के
पीछे
खड़े
होने
का
संकल्प
लिया।
लेकिन,
कयासों
पर
विराम
लगाते
हुए
बीजद
के
अंदरूनी
सूत्रों
ने
कहा
कि
ओडिशा
में
हमारा
सत्तारूढ़
क्षेत्रीय
दल
बहुत
स्पष्ट
है
कि
वह
संभावित
तीसरे
मोर्चे
का
हिस्सा
नहीं
बनने
जा
रहा
है।
गौरतलब
है
कि
2008
में
बीजेडी
के
एनडीए
से
अलग
होने
के
बाद
से
ही
नवीन
पटनायक
ने
बीजेपी
और
कांग्रेस
से
समान
दूरी
बनाए
रखने
की
अपनी
नीति
का
पालन
किया
है।
हालांकि
नवीन
पटनायक
के
नेतृत्व
वाली
बीजेडी
ने
केंद्र
में
सभी
मुद्दों
पर
नरेंद्र
मोदी
सरकार
का
समर्थन
किया
है।
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कालेश्वरम
परियोजना
को
लेकर
केंद्र
पर
भड़के
तेलंगाना
के
मंत्री
हरीश
राव
English summary
No agenda for opposition unity in Naveen Patnaik-Mamata Banerjee meeting: BJD