शेफाली ने नो बॉल की अपील की। पिच पर मौजूद दिल्ली की कप्तान और ओपनर मैग लेनिंग ने अंपायर से बात की। अंपायर्स ने आपसी सलाह के बाद रिव्यू लिया। रीप्ले से पता नहीं लग पा रहा था कि बॉल कमर के नीचे थी या ऊपर। बाद में बॉल ट्रैकर की मदद से तय हुआ कि ये फेयर बॉल थी। शेफाली को आउट दिया गया, हालांकि वह इस फैसले पर हैरानी जता रहीं थीं। शायद थर्ड अंपायर ने संदेह का फायदा बल्लेबाज के पक्ष में सुनाया हो। चार गेंद में 11 रन की पारी का अंत। शेफाली वने 275 की स्ट्राइक रेट से चार गेंद में एक चौका और एक छक्का मारा।
शेफाली के विकेट के एक गेंद बाद फिर कुछ ऐसा ही घटनाक्रम देखने को मिला। पांचवीं गेंद भी वॉन्ग ने फुल टॉस ही फेंकी, जिसे नई बैटर एलिसा कैप्सी समझ नहीं पाई। आउट साइड ऑफ स्टंप पर फेंकी गई हाई फुल टॉस पर कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कवर पर सामने की तरह डाइव लगाते हुए जोरदार कैच पलका। एक बार फिर अंपायर थर्ड अंपायर से सलाह लेकर अंगुली की उठाई। एलिसा कैप्सी दो गेंद में 0 रन बनाकर पवेलियन लौटीं। मुंबई ने दो ओवर में 16 रन पर दूसरा विकेट गंवाया। जल्द ही नई बैटर जेमिमा रोड्रिगेज (आठ गेंद में नौ रन) भी इसी अंदाज में वॉन्ग की ही फुल टॉस बॉल पर चौथे ओवर की दूसरी ेगेंद पर विकेट लिया।