आरोपी मुखिया पुत्र भी फरार
घटना के बारे में जानकारी मिली है कि टेढ़ागाछ थानाध्यक्ष ने स्थानीय मुखिया पुत्र के साथ मिलकर एक दलित महिला को पहले बंधक बनाया। उसके बाद थानाध्यक्ष ने आठ दिनों तक उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। महिला ने जिले के एसपी की शरण पहुंचकर इंसाफ की गुहार लगाई है। एसपी ने तुरंत मामले में संज्ञान लेते हुए पहले आरोपी दारोगा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। उसके साथ ही एक एसआईटी टीम का गठन किया। एसआईटी ने अपनी जांच में आरोप को सही पाया।
एसपी ने दिया जांच का आदेश
उसके बाद एसपी डॉ. इनामुल हक मेंगनू के आदेश पर टेढ़ागाछ थाना काण्ड संख्या 39/23 के तहत मामला दर्ज किया गया। दारोगा पर धारा 343, 376B, 384 , 385, 34 आदि लगाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। आरोपी थानाध्यक्ष नीरज कुमार निराला घटना के बाद से फरार है। एक और आरोपी मुखिया पुत्र मनोज कुमार यादव भी फरार है। एक अन्य सहयोगी ड्राइवर की गिरफ्तारी हो चुकी है। पीड़ित दलित महिला यूपी की रहने वाली है। कुछ साल पहले टेढ़ागाछ के रहने वाले मनोहर से उसका विवाह हुआ था। वो अपने ससुराल को देखने और अपने पति की तलाश के लिए टेढ़ागाछ पहुंची थी।
आरोपी दारोगा फरार
इस दौरान पीड़ित ने दारोगा नीरज कुमार निराला से अपने पति के घर की तलाश में मदद करने की बात कही। उसके बाद नीरज कुमार निराला और मुखिया पुत्र मनोज यादव ने महिला को अपने विश्वास में लेकर उसे कैद कर लिया। उसके बाद महिला के साथ दोनों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पीड़ित महिला की शिकायत में कहा गया है कि इन आठ दिनों में उसके साथ रेप के अलावा उसे टॉर्चर किया गया। महिला ने दोनों आरोपियों पर पैसे की उगाही का आरोप भी लगाया है।
एसपी ने कहा- होगी कड़ी कार्रवाई
महिला की शिकायत के बारे में किशनगंज एसपी डॉ. इनामुल हक मेंगनू ने बताया कि अपराध करने वाला कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि मामला सामने आने के बाद तुरंत डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर जांच की गई। महिला का आरोप सही पाया गया है। मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। विभिन्न धाराओं के साथ दारोगा की गिरफ्तारी होगी। उसके बाद उस पर विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। घटना की चर्चा पूरे बिहार में हो रही है। इतना ही नहीं किशनगंज पुलिस की अच्छी-खासी बदनामी भी हो रही है।