18 मार्च तक बूंदा-बांदी और बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग की ओर से जारी किये गये आंकड़े के मुताबिक उत्तर पश्चिम बिहार जैसे- पश्चिम चंपारण, सीवान, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज में 16 मार्च को मौसम शुष्क रहेगा। 17 और 18 मार्च को एक दो स्थानों पर बारिश की संभावना है। उत्तर मध्य बिहार, जिसमें सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर और समस्तीपुर शामिल हैं। इस सेक्टर में 16 से 18 मार्च के बीच एक दो स्थानों पर बारिश होने का पूर्वानुमान है। उत्तर पूर्व बिहार के जिलों सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार में 16 और 17 मार्च को बारिश की संभावना और 18 मार्च को सभी जिलों में बारिश की संभावना है। दक्षिण पश्चिम बिहार के बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद और अरवल में 17 और 18 मार्च को भी बारिश होगी। दक्षिण मध्य बिहार के पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय और जहानाबाद में 16 मार्च से 18 मार्च तक बारिश की संभावना है।
गुरुवार को ऐसा रहेगा पटना का मौसम !
पटना में गुरुवार, 16 मार्च को दिन भर बादल छाए रहेंगे, शाम के समय कुछ बादल छाए रहेंगे। दोपहर में लगभग 4 बजे के आसपास बूंदाबांदी की भी उच्च संभावना है। शाम को 9 बजे के आसपास बादल छाए रहने की भी संभावना है। दोपहर 1 बजे के आसपास दिन का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है। लगभग 11 बजे रात में 54 प्रतिशत की औसत आर्द्रता के साथ दिन में आरामदायक आर्द्रता होगी , जो 27 प्रतिशत से लेकर अधिकतम 74 प्रतिशत तक होगी। हवा तेज़ होगी और दोपहर 3 बजे दक्षिण-पश्चिम दिशा से 19 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी सूर्योदय सुबह 5:58 बजे और सूर्यास्त शाम 5:58 बजे होगा। दिन में 12 घंटे की रोशनी होगी। हवा की गुणवत्ता 134 और 169 के बीच रहने वाली है। 18 मार्च को पटना में भी बारिश होने की संभावना है। मौसम में बदलाव 16 मार्च से ही दिखने लगा है। मौसम विभाग ने पहले ही किसानों को सावधान रहने के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है।
गया का न्यूतम तापमान कम
बिहार में गया का न्यूनतम तापमान सबसे कम दर्ज किया गया है। गुरुवार को मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक गया का न्यूनतम तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस रहा। अन्य जिलों के न्यूनतम तापमान की बात करें, तो पटना का 19.6 डिग्री सेल्सियस, भागलपुर का 20.8 डिग्री सेल्सियस, पूर्णिया का 18.8 डिग्री सेल्सियस, पश्चिम चंपारण (वाल्मीकि नगर) का 19.0 डिग्री सेल्सियस, मुजफ्फरपुर का 20.1 डिग्री सेल्सियस। जमुई में 17.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। आंकड़े बता रहे हैं कि अधिकतम तापमान अगले तीन दिनों में पांच डिग्री गिरावट दर्ज की जाएगी। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। गुरुवार को भागलपुर जिले का न्यूनतम तापमान सबसे ज्यादा 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अधिकतम तापमान
मौसम विभाग की ओर से मंगलवार देर शाम जारी किये गये आंकड़े कुछ इस प्रकार रहे। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से 35 डिग्री के बीच रहा। सुपौल में अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। खगड़िया में अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं अन्य शहरों के अधिकतम तापमान में गया का 34.6, भागलपुर, 35.5 पूर्णिया, 33.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
H3N2 वायरस और बदलते मौसम को लेकर डॉक्टरों ने चेताया
मौसम में लगातार हो रहे बदलाव और उतार-चढ़ाव को देखते हुए चिकित्सकों ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है। शहर के लगभग सभी इलाकों में बुखार, खांसी, जुकाम, दस्त और नाक बहने के मामले बढ़ रहे हैं। कई लोगों ने इन मामलों को H3N2 इन्फ्लूएंजा के लिए जिम्मेदार ठहराया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को घबराने की सलाह नहीं दी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने लोगों को सचेत किया है। उन्होंने कहा कि H3N2 कोई जानलेवा बीमारी नहीं है। लोगों को सावधानियां बरतनी जारी रखनी चाहिए। ऐसे मामले मार्च के अंत तक कम होने लगेंगे। बिहार में केवल एक एच3एन2 मामले की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि आने वाले दिनों में एच3एन2 और कोविड-19 के छिटपुट मामलों के अलावा राज्य को इंसेफेलाइटिस से भी जूझना पड़ सकता है। जया प्रभा मेदांता अस्पताल में सलाहकार (आंतरिक चिकित्सा) डॉ. नीरज भारती ने कहा कि अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन आने वाले लगभग 10 से 20% मरीज फ्लू जैसे लक्षणों से पीड़ित होते हैं। पड़ोस के हर दूसरे घर में फ्लू का मामला है। 10 से 20 दिनों तक लंबे समय तक खांसी से पीड़ित लोगों को एच3एन2 हो सकता है। उन्होंने कहा, इन्फ्लूएंजा मौसमी है और यह दिसंबर से फरवरी तक रहता है। जो वायरस के लिए अनुकूल मौसम है। उन्होंने कहा कि गर्मी की शुरुआत के साथ मामलों में कमी आएगी।