बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बुरे दिन आने वाले हैं

नीलकमल, पटना: राष्ट्रीय जनता दल के विधायक चंद्रशेखर कौन हैं, यह अब पूरा देश जानता है। चार महीने पहले तक बिहार के ही कई लोग ऐसे थे जो उनका नाम तक नहीं जानते थे। यहां तक कि शिक्षा मंत्री बनने के बाद भी कई लोगों को उनका नाम नहीं पता था। लेकिन जब से उन्होंने रामचरितमानस ( Ramcharitmanas ) पर विवादित टिप्पणी की है, तभी से न सिर्फ बिहार बल्कि पूरा देश यह जान चुका है कि चंद्रशेखर ही वह शख्स हैं, जिन्होंने रामचरितमानस का अपमान किया है। इसको लेकर बिहार से लेकर दिल्ली तक सियासत हो रही है। इन सब के बीच बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर अपनों के निशाने पर हैं।

अब अपनों के ही निशाने पर आ चुके हैं शिक्षा मंत्री

बिहार विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा है। इसमें सत्ता और विपक्ष की ओर से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी जमकर किए जा रहे हैं। लेकिन संभवत: यह पहला मामला है जब सत्तारूढ़ दल द्वारा अपने ही शिक्षा मंत्री को लपेटे में लिया जा रहा हो। दरअसल, गुरुवार को विधानसभा में राष्ट्रीय जनता दल के विधायक भाई वीरेंद्र ने महाविद्यालयों में शिक्षक और कर्मचारी की बहाली पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को लपेटे में ले लिया। भाई वीरेंद्र ने शिक्षा मंत्री से पूछा कि सुप्रीम कोर्ट में केस हारने के बावजूद सरकार शिक्षक और कर्मचारियों को वेतन क्यों नहीं दे रही। उन्होंने यहां तक कहा कि सामाजिक न्याय की सरकार कोर्ट और रिवीजन पिटिशन पर करोड़ों रुपए खर्च क्यों करना चाहती है।

शिक्षा मंत्री को जेडीयू विधान पार्षद नीरज कुमार भी घेर चुके हैं

गुरुवार यानी 16 मार्च को जहां आरजेडी के विधायक ने ही शिक्षा मंत्री को घेरने का काम किया। वही इसके पहले मंगलवार यानी 14 मार्च को जनता दल यूनाइटेड के विधान पार्षद नीरज कुमार में रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव को घेर चुके हैं। बता दें कि मंगलवार को शिक्षा बजट पर शिक्षा मंत्री कुछ कह पाते इसके पहले ही जेडीयू एमएलसी विधान परिषद में गीता, कुरान और बाइबिल लेकर पहुंच गये। तब जेडीयू के विधान पार्षद नीरज कुमार ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव को इंगित करते हुए यह कहा था कि हम यहां संविधान पर चर्चा करें कि रामायण, महाभारत और कुरान में फंसे रहे। नीरज कुमार ने इशारों में शिक्षा मंत्री पर तंज कसते हुए कहा था कि यहां हम धार्मिक ग्रंथ की लड़ाई नहीं लड़ रहे, बल्कि पढ़ाई और अवसर को लेकर लड़ रहे हैं।

रामचरितमानस पर दिए गए बयान का ‘नेगेटिव इंपैक्ट’ आरजेडी से ज्यादा जेडीयू पर होगा?

राजनीतिक विश्लेषक का मानना है कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए विवादास्पद बयान का असर अब दिखने लगा है। जानकारों का कहना है कि रामचरितमानस का अपमान कर चंद्रशेखर ने हिंदुओं की भावना पर चोट पहुंचाने का काम किया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इसका नेगेटिव इंपैक्ट राष्ट्रीय जनता दल पर नहीं बल्कि नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड पर होगा। क्योंकि लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का मुस्लिम + यादव (MY) गठजोड़ तो पहले की तरह मजबूत है लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड को आने वाले चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

जानकारों का यह भी मानना है कि महागठबंधन सरकार में शामिल तमाम राजनीतिक दल भी यह समझ चुके हैं कि रामचरितमानस पर गलत बयानी कर चंद्रशेखर ने भारी गलती कर दी है। यही वजह है कि हिंदू वोटरों के खिसकने के डर और डैमेज कंट्रोल के लिए शिक्षा मंत्री को लगातार सदन के भीतर सत्ता पक्ष की ओर से ही घेरा जा रहा है। संभावना यह भी बन रही है कि विधानमंडल सत्र समाप्त होते ही बिहार के शिक्षा मंत्री बदल दिये जाएंगे।

(अगर आप राजधानी पटना जिले से जुड़ी ताजा और गुणवत्तापूर्ण खबरें अपने वाट्सऐप पर पढ़ना चाहते हैं तो कृपया यहां क्लिक करें। )

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published.