IBA के नियम मुक्केबाज को 3 साल तक भाग लेने से रोकते हैं
विश्व चैंपियनशिप में हेमलता उर्फ अंजनी ने नेपाल के लिए पहली बाउट जीतने के बाद इतिहास रच दिया। उन्होंने डोमिनिकन गणराज्य की मिगुएलिना गार्सिया को 4-3 के अंतर से हराया। वह सोमवार को शाम के सत्र में वर्ल्ड नंबर 10 और शीर्ष वरीयता प्राप्त हैती की मैरी स्टर्लिंग कैथरीन से भिड़ेंगी। इस बीच आईपीए ने बताया- अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ इस विशेष मामले की जांच कर रहा है। बीएफआई की ओर से बताया गया, ‘यह मामला हमारे संज्ञान में लाया गया था और हमने कार्रवाई करने के लिए आज एक ईमेल से आईबीए स्पोर्ट के संज्ञान में लाया है।’
दोषी पाए जाने पर रिजल्ट होंगे रद्द
सूत्रों ने कहा कि आईबीए स्पोर्ट के अलावा, वर्ल्ड में मौजूद प्रोफेसर रिचर्ड मैकलेरन की ऑनसाइट टीम शायद इस मुद्दे की जांच करेगी। खेल के भीतर वित्तीय मिसमैनेजमेंट और भ्रष्टाचार की जांच के लिए आईबीए की ओर से मैकलेरन समिति का गठन किया गया था। सूत्रों ने कहा कि अगर जांच में संबंधित मुक्केबाज को दोषी पाया जाता है, तो उसे वर्ल्ड में आगे प्रतिस्पर्धा करने से रोका जा सकता है। इसके अलावा अगर घटना के बाद उसके मामले की रिपोर्ट जमा की जाती है और वह गलत पाई जाती है तो चैंपियनशिप से उसके परिणाम रद्द घोषित कर दिए जाएंगे।
क्यों हेमलता पर लग सकता है बैन और क्या कहते हैं IBA के नियम?
भले ही हेमलता ने अपनी राष्ट्रीयता बदल ली हो और नेपाल का प्रतिनिधित्व करने वाली अंजनी तेली बन गई हो, आईबीए के नियम स्पष्ट रूप से उन्हें ऐसा करने से रोकते हैं क्योंकि वह केवल एक साल पहले ही राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर भारत के लिए खेली थी। IBA के नियम 4.2.3.7.3 के अनुसार- एक मुक्केबाज जिसने किसी भी IBA या IBA-स्वीकृत प्रतियोगिता में एक देश का प्रतिनिधित्व किया है और जो किसी अन्य देश का प्रतिनिधित्व करना चाहता है, जिसके पास उसकी राष्ट्रीयता है तो वह कर सकता है। लेकिन इस दौरान उसे कम से कम तीन साल का कूलिंग पीरियड झेलना होगा। यानी इस दौरान वह किसी भी इंटरनेशनल इवेंट्स में बदले हुए देश की ओर से बॉक्सिंग नहीं कर पाएगा।