महिला मित्र के शव को बेड में छिपाकर 2 दिन तक कमरे में ही रहा नाइजीरियाई, ऐसे खुल गई पोल

नई दिल्ली : मैदानगढ़ी थाना इलाके में नाइजीरियाई नागरिक फ्लोरा गोल्ड (35) की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी ओ. एलेक्जेंडर (40) मृतका के साथ उसी रूम में करीब दो दिनों तक रहा था। फ्लोरा की मौत के बाद उसने उनके शव को बेडशीट में लपेटकर डबल बेड के अंदर छिपा दिया था। दूसरे दिन बदबू आने पर वह किराए के फ्लैट को छोड़कर भाग गया था। आरोपी मृतका का दोस्त है। गिरफ्तार आरोपी एलेक्जेंडर भी नाइजीरिया का ही है। इसका भारत का वीजा सितंबर-2022 में एक्सपायर हो गया था।

ड्रिंक में एंटी डिप्रेशन की गोलियां मिलाई

मामले की जांच कर रही साउथ दिल्ली पुलिस का कहना है कि फ्लोरा और एलेक्जेंडर की दोस्ती फेसबुक पर हुई थी। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 23 अप्रैल की दोपहर करीब 12 बजे फ्लोरा मैदानगढ़ी इलाके में स्थित उसके घर आई थी। दोनों ने पार्टी की। ड्रिंक करने के दौरान और मस्ती करने के मूड में उन्होंने ड्रिंक में एंटी डिप्रेशन की गोलियां मिला लीं। अगले दिन यानी 24 अप्रैल की सुबह फ्लोरा उठी नहीं। उसे देखा तो पता लगा कि वह मर चुकी है। एलेक्जेंडर डर गया। उसने उसका शव बेडशीट में लपेटकर बेड के अंदर छिपा दिया।

बेड के अंदर से आने लगी बदबू

अगले दिन दोपहर को जब बेड के अंदर से बदबू आनी शुरू हो गई, तब वह किराए का फ्लैट छोड़कर भाग गया। मामले में 28 अप्रैल की सुबह 11:21 बजे पुलिस कॉल की गई थी। इसके बाद ही इसका खुलासा हुआ। आरोपी ने पुलिस से कहा है कि उसने उसकी हत्या नहीं की। पुलिस आरोपी के बयान की जांच कर रही है कि वह सच बोल रहा है या झूठ। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही इन सब बातों का पता लग सकेगा। रिपोर्ट में यह भी पता लगेगा कि क्या मृतका पर चाकू से हमला किया गया था या नहीं।

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