नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के विशेष सचिव (सतर्कता) (Special Secretary Vigilance) वाईवीवीजे राजशेखर (YVVJ Rajasekhar) को उनके पद पर बहाल कर दिया गया। वाईवीवीजे राजशेखर वह अधिकारी हैं जिन पर दिल्ली सरकार की ओर से गंभीर आरोप लगाए गए। वहीं वाईवीवीजे राजशेखर ने भी आरोप लगाया था कि संवेदनशील फाइलों से छेड़छाड़ करने के लिए उनके ऑफिस में सेंध लगाई गई थी। सचिव (सतर्कता) द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि राजशेखर हमेशा की तरह काम फिर से शुरू करेंगे और सभी सहायक निदेशक काम के संबंध में स्थिति में 10 मई जैसी स्थिति बनाए रखेंगे। दिल्ली के सतर्कता मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) के आदेश पर राजशेखर से उनका सारा काम छीन लिया गया था और उनसे फाइलें ले ली गई थीं।वाईवीवीजे राजशेखर 2012 बैच के IAS अधिकारी हैं। केजरीवाल सरकार का कहना है कि विशेष सचिव (सतर्कता) वाई वी वी जे राजशेखर का विवादों से पुराना नाता रहा है। वह जालसाजी और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं। सरकार के अनुसार आईएएस अधिकारी कथित सीएनजी फिटनेस घोटाले सहित जालसाजी और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए वाईवीवीजे राजशेखर ने कहा था कि उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना को दस्तावेजी साक्ष्य के साथ 157 पृष्ठों की एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें इस तथ्य का हवाला दिया गया है कि उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है। देश के सर्वोच्च सतर्कता प्राधिकरण, यानी केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा पहले ही पूछताछ और जांच की जा चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र के नए अध्यादेश के बाद कमरा संख्या 403 (विशेष सचिव, सतर्कता) और 404 (विशेष सचिव, सतर्कता का गोपनीय खंड) की सील हटाने का भी निर्देश दिया गया । इस बीच अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने राजशेखर की उस शिकायत की जांच शुरू कर दी है जिसमें उन्होंने सचिवालय में अपने ऑफिस का ताला खोलने और आबकारी नीति और मुख्यमंत्री आवास के नवीनीकरण की जांच से जुड़ी फाइलों समेत संवेदनशील फाइलों से छेड़छाड़ किये जाने का आरोप लगाया था।