कतर
में
फीफा
विश्व
कप
के
दौरान
3
सुरक्षा
गार्डों
को
गिरफ्तार
किया
गया
था।
गिरफ्तारी
के
चार
महीने
बाद
भी
उसे
कतर
में
रखा
जा
रहा
है।
द
गार्जियन
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
वेतन
न
मिलने
के
विवाद
को
सुलझाने
की
कोशिश
के
दौरान
उन्हें
हिरास्त
में
लिया
गया
था।
द
गार्जियन
ने
बताया
कि
दो
पाकिस्तानियों
के
साथ
एक
भारतीय
नागरिक
को
10
हजार
रियाल
(दो
लाख
बीस
हजार
रुपये)
के
जुर्माने
के
साथ
छह
महीने
की
जेल
की
सजा
सुनाई
थी।
सबसे
पहले
एक
मानवाधिकार
ग्रुप
इक्विडेम
ने
इसकी
जानकारी
दी
थी,
जिसके
बाद
द
गार्जियन
ने
भी
इसे
पुष्टि
की।
फुटबॉल
टूर्नामेंट
के
लिए
सिक्योरिटी
गार्ड
के
रूप
में
भारतीय
और
पाकिस्तानी
दोनों
नागरिकों
को
काम
पर
रखा
गया
था।
लेकिन
उनके
रोजगार
कॉन्ट्रैक्ट
खत्म
होने
से
कुछ
दिन
पहले
ही
उसे
बर्खास्त
कर
दिया
था।
वहीं,
इस
बीच
मानवाधिकार
ग्रुप
उनकी
तत्काल
रिहाई
की
मांग
कर
रहा
है।
दावा
किया
कि
यह
उन
लोगों
के
अधिकारों
का
उल्लंघन
है।
फीफा
मैच
आयोजित
करने
वालों
की
घोर
लापरवाही
है।