लालू-राबड़ी की जमानत पर ये बोले सुशील मोदी
सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा कि लालू प्रसाद की बीमारी और दो आरोपियों के महिला होने पर कोर्ट ने नरम रुख अपनाते हुए 50 हजार के मुचलके पर जमानत दी गई है। यह राहत कोई न्यायिक जीत नहीं है, जिसका जश्न मनाकर भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लालू यादव चारा घोटाले में गिरफ्तारी के बाद जब पहली बार जमानत पर छूटे थे, तब हाथी पर सवार होकर लौटे थे।
देर-सबेर सजा होना तय है, बोले सुशील मोदी
बीजेपी नेता ने सवाल करते हुए कहा कि क्या इससे न्याय प्रक्रिया पर कोई फर्क पड़ा? वे चारा घोटाला के एक भी मामले में बरी क्यों नहीं हुए? उन्हें सजा काटनी ही पड़ी। पूर्व डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि नीतीश कुमार और ललन सिंह ने नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई को इतने पुख्ता सबूत उपलब्ध कराए हैं। जिसमें दोषी लोगों को देर-सबेर सजा होनी तय है।
‘लड्डू बांटने से सवाल खत्म नहीं हो जाएंगे’
सुशील मोदी ने कहा कि चार्जशीट दायर होने के साथ जब ट्रायल शुरू होगा, तब उन्हें अपने गुनाह से जुड़े कठिन सवालों का जवाब देना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोर्ट में लालू प्रसाद को बताना होगा कि रेलवे के चपरासी हृदयानंद चौधरी ने अपनी कीमती जमीन उनके परिवार को गिफ्ट क्यों की? नौकरी और गिफ्ट के बीच क्या कोई संबंध नहीं था? सुशील मोदी ने कहा कि लालू परिवार से जो सवाल अदालत में पूछे जाएंगे, वही सवाल उनसे बिहार की जनता भी पूछेगी। लड्डू बांटने से सवाल खत्म नहीं हो जाएंगे।
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