आठ रात और नौ दिन की होगी यात्रा
भारत गौरव ट्रेन की यात्रा दौरे में आठ रातों और नौ दिनों की अवधि होगी। यह 18 मार्च से शुरू होकर 26 मार्च को संपन्न होगी। जिसमें कि पुरी, कोणार्क, गया, वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज में महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक स्थानों का दौरा शामिल है। रेल यात्रियों की मांगों को पूरा करने के लिए ट्रेन में एसी और गैर-एसी दोनों ही तरह के कोच लगाए गए हैं। जिसका किराया भी उसी हिसाब से तय किया गया है। यात्री दोनों तेलुगू राज्यों तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सिकंदराबाद, काजीपेट, खम्मम, विजयवाड़ा, राजमुंदरी, विशाखापत्तनम और विजयनगरम रेलवे स्टेशनों से चढ़ या उतर सकते हैं।
दर्शन करने वालों के लिए बेहतर विकल्प
आईआरसीटीसी की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रजनी हसीजा ने ट्रेन की यात्रा कार्यक्रम को लेकर ज्यादा जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की रुचि के साथ-साथ स्थानों के महत्व को ध्यान में रखते हुए पूरे यात्रा कार्यक्रम की योजना तय की गई है। यह ट्रेन उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प है जो कि इन स्थानों पर जाने की योजना बना रहे हैं। प्रबंध निदेशक ने कहा कि यह ट्रेन लोगों के लिए एक किफायती, सुरक्षित और सबसे आरामदायक विकल्प प्रदान करती है। वहीं एससीआर के महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने कहा कि ट्रेन तीर्थयात्रियों को सांस्कृतिक रूप से प्रमुख स्थानों पर जाने के लिए सबसे अच्छा तरीका है। इसके साथ ही व्यक्तिगत यात्रा कार्यक्रम की योजना बनाने की परेशानी के बिना यह एक अनूठा अवसर प्रदान करती है।