अतीक की ओर से मामले में जल्द सुनवाई की गुहार लगाई गई थी। लेकिन जब मामला सुनवाई के लिए कोर्ट के सामने आया तो अतीक के वकील ने कहा कि उन्हें दस्तावेज पेश करने के लिए वक्त चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने मामले को एक हफ्ते बाद लिस्ट करने को कहा है।
सपा के पूर्व नेता अतीक अहमद ने अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और कहा था कि उमेश पाल हत्या मामले में उन्हें भी लपेटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें जान को खतरा है। अतीक अहमद अभी अहमदाबाद के सेंट्रल जेल में बंद थे। सुप्रीम से अतीक ने गुहार लगाई है कि उन्हें पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान उन्हें किसी तरह से नुकसान न पहुंचाया जाए। प्रयागराज में 24 फरवरी को घर के बाहर उमेश पाल और उनके दो सुरक्षा गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उमेश पाल , बीएसपी एमएलए राजू पाल हत्या के मुख्य गवाह थे।