मुख्य सचिव संजीव कौशल ने निर्देश दिए कि राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता पीने के पानी की है। तत्पश्चात सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
Samachar
oi-Rahul Kumar

हरियाणा
के
मुख्य
सचिव
संजीव
कौशल
ने
बुधवार
को
गर्मी
के
मौसम
में
हीट
वेव
व
हीट
स्ट्रोक
से
बचाव
के
लिए
विडियो
कांफ्रेंस
के
माध्यम
से
सभी
जिला
उपायुक्तों
के
साथ
समीक्षात्मक
बैठक
ली
और
आवश्यक
दिशा-निर्देश
दिए।
उन्होंने
कहाकि
सभी
विभाग
गर्मी
के
मौसम
में
हीट
वेव
से
बचाव
के
लिए
पूरी
तैयारियां
व
प्रबंध
सुनिश्चित
करें।
साथ
ही
आमजन
को
गर्मी
में
जलापूर्ति
निर्धारित
शेड्यूल
अनुसार
मिले
इसके
लिए
व्यापक
व्यवस्था
सुनिश्चित
करने
के
निर्देश
दिए।
उन्होंने
कृषि
एवं
किसान
कल्याण
विभाग,
के
अधिकारियों
के
साथ
गर्मी
व
हीट
वेव
का
रबी
फसलों
की
उपज
पर
प्रभाव
सहित
अन्य
बिंदुओं
पर
विस्तार
से
समीक्षा
करते
हुए
किसानों
के
लिए
एडवाइजरी
जारी
करने,
ग्रीष्मकालीन
फसलों
पर
मौसम
की
स्थिति
के
प्रभाव
को
रोकने
के
लिए
किए
जाने
वाले
उपायों
बारे
जागरूक
करने
के
आदेश
दिए।
उन्होंने
वन
और
पर्यावरण
विभाग
के
अधिकारियों
को
आरक्षित
व
संरक्षित
वनों
में
पशुओं
के
लिए
पर्याप्त
मात्रा
में
जल
की
उपलब्धता
सुनिश्चित
करने,
वर्षा
जल
संचयन
को
बढ़ावा
देने,
वन्यजीवों
के
लिए
पीने
के
पानी
जैसे
तालाबों/जल
निकायों
की
व्यवस्था
सुनिश्चित
करने,
आरक्षित
वनों
में
जल
की
कमी
का
सामना
कर
रहे
मानव
आवासों
में
जल
की
व्यवस्था
करने
सहित
अधिक
से
अधिक
पौधरोपण
करने
के
निर्देश
दिए।
उन्होंने
सभी
जिला
उपायुक्तों
को
निर्देश
देते
हुए
कहा
कि
पानी
की
चोरी
को
रोकना
एक
बड़ी
चुनौती
है,
इसलिए
वे
अपने
क्षेत्रों
में
पानी
की
चोरी
की
घटनाओं
पर
निगरानी
रखें।
यदि
ऐसी
कोई
घटना
घटित
होती
है,
तो
तुरंत
उस
पर
कार्रवाई
करें।
इसके
लिए
विशेष
टीमें
भी
गठित
की
जा
सकती
हैं।
इसके
अलावा,
सभी
जिला
उपायुक्त
हर
15
दिन
में
संबंधित
विभागों
के
अधिकारियों
के
साथ
बैठक
करें,
ताकि
जिले
में
पानी
की
उपलब्धता
की
वास्तविक
स्थिति
का
पता
लग
सके
और
यदि
कहीं
पानी
की
कमी
की
संभावना
बनती
है
तो
तुरंत
उसकी
सूचना
मुख्यालय
को
दें।
हीट
वेव
व
हीट
स्ट्रोक
से
नागरिकों
के
बचाव
के
लिए
व्यापक
प्रबंध
किए
जाने
चाहिए।
साथ
ही,
गर्मी
में
आगजनी
की
घटनाओं
पर
अंकुश
लगाने
के
मद्देनजर
फायर
ऑडिट
कराने
के
भी
निर्देश
दिए।
हरियाणा:
MWA
के
कार्यक्रम
में
CM
खट्टर
ने
151
पत्रकारों
को
जारी
की
टर्म
इंश्योरेंस
पॉलिसी
बिजली
निगमों
के
चेयरमैन
पी
के
दास
ने
बताया
कि
वर्तमान
में
प्रदेश
में
बिजली
की
उपलब्धता
में
कोई
कमी
नहीं
है
मांग
के
अनुसार
बिजली
की
आपूर्ति
की
जा
रही
है।
आगामी
गर्मी
के
मौसम
के
दौरान
मई,
जून
व
जुलाई
माह
के
दौरान
अतिरिक्त
बिजली
की
मांग
उत्पन्न
होती
है,
जिसके
लिए
अभी
से
व्यवस्था
कर
ली
गई
है।
उन्होंने
बताया
कि
रबी
सीजन
के
दौरान
किसानों
को
2
घंटे
अतिरिक्त
बिजली
भी
दी
जा
रही
है।
डीसी
विक्रम
सिंह
ने
आमजन
से
आह्वान
किया
कि
गर्मी
से
निजात
दिलाने
में
जल
अति
महत्वपूर्ण
है,
ऐसे
में
कोई
भी
व्यक्ति
किसी
भी
रूप
से
जल
को
व्यर्थ
न
बहाए।
जन
स्वास्थ्य
अभियांत्रिकी
विभाग
के
अधिकारियों
को
निर्देश
दिए
कि
वे
जोखिम
भरे
क्षेत्रों
की
पहचान
करें।
सभी
सार्वजनिक
स्थानों
जैसे
बस
स्टैंड,
रेलवे
स्टेशन,
चौक,
बाजार,
अस्पताल,
पब्लिक
डिलिंग
से
संबंधित
कार्यालयों
में
नगर
परिषद,
नगर
पालिका,
विकास
एवं
पंचायत
विभाग
के
सहयोग
से
पेयजल
की
उपलब्धता
सुनिश्चित
करने,
मुख्य
रूप
से
पानी
की
कमी
वाले
जोखिम
वाले
क्षेत्रों
में
पीने
के
पानी
की
आपूर्ति
के
लिए
पानी
के
टैंकरों
की
सूची
तैयार
करने,
पेयजल
के
स्रोत
और
जनसंख्या
के
अनुपात
में
इसकी
क्षमता
की
पहचान
करने,
गर्मी
की
लहर
से
पहले
यह
सुनिश्चित
कर
लें
कि
पूरा
पानी
पंप
सेट
या
तो
डीजल
या
बिजली
आधारित
होना
चाहिए
और
काम
करने
की
अच्छी
स्थिति
में
होने
चाहिए।
English summary
Haryana: Chief Secretary says Ensure necessary preparations and arrangements to prevent heatwave