20 हजार सैनिकों को खोकर रूस ने किया बखमुत पर कब्जा, वैगनर चीफ ने कहा- यूक्रेनी सेना लगातार हो रही मजबूत

बखमुत शहर, जो नमक उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है, युद्ध शुरू होने से पहले उसकी आबादी करीब 70 हजार थी, लेकिन पिछले 10 महीनों की लड़ाई के बाद अब इस शहर में कोई नहीं है। पूरा शहर सुनसान हो गया है।

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oi-Sanjay Kumar Jha

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0000 soldiers killed in bakhmut

रूस
और
यूक्रेन
के
बीच
जंग
के
कल
15
महीने
पूरे
हो
गए
हैं।
इस
बीच
दोनों
देशों
को
जन-धन
का
भारी
नुकसान
हुआ
है।
इसी
कड़ी
में
रूसी
निजी
सेना
के
प्रमुख
वैगनर
के
प्रमुख
ने
खुलासा
किया
है
कि
बखमुत
की
जंग
में
उन्हें
20
हजार
सैनिकों
को
खोना
पड़ा
है।

यह
आंकड़ा
मॉस्को
के
उन
दावों
से
अलग
है,
जिसमें
उसने
युद्ध
में
केवल
6,000
से
अधिक
सैनिकों
को
खोने
की
बात
कही
थी।
इससे
पहले
सोवियत
संघ
ने
1979-89
के
बीच
अपने
15,000
सैनिकों
के
अफगानिस्तान
युद्ध
में
खोया
था।

वैगनर
प्रमुख
येवगेनी
प्रिगोझिन
ने
ये
भी
खुलासा
किया
कि
50
हजार
रूसी
अपराधियों
में
से
लगभग
20
प्रतिशत
यानी
10
हजार
अपराधियों
को
युद्ध
में
लड़ने
के
लिए
भर्ती
किया
गया
था।

विश्लेषकों
का
मानना
है
कि
अकेले
बखमुत
के
लिए
नौ
महीने
की
लड़ाई
में
लगभग
10
हज़ार
सैनिकों
की
जान
चली
गई
है।
इसमें
से
अधिकतर
अपराधी
थे,
जिन्हें
युद्ध
में
भेजे
जाने
से
पहले
पर्याप्त
ट्रेनिंग
नहीं
मिली
थी।

24
फरवरी
2022
में
रूस
के
आक्रमण
के
बाद
से
यूक्रेन
ने
यह
नहीं
बताया
है
कि
उसके
कितने
सैनिक
मारे
गए
हैं।

वैगनर
के
प्रमुख
येवगेनी
प्रिगोझिन
ने
राजनीतिक
रणनीतिकार
कोन्स्टेंटिन
डोलगोव
के
साथ
प्रकाशित
एक
साक्षात्कार
में
कहा
कि
यूक्रेन
की
सेना
अपने
पश्चिमी
सहयोगियों
से
हथियारों
की
आपूर्ति
और
प्रशिक्षण
के
साथ
मजबूत
हो
गई
है।

वैगनर
के
प्रमुख
ने
कहा
कि
शत्रु
क्रीमिया
पर
हमला
कर
सकते
हैं
और
पुल
को
उड़ाने
की
कोशिश
कर
सकते
हैं।
इसके
साथ
ही
वे
हमारी
आपूर्ति
लाइनों
को
काट
नुकसान
पहुंचा
सकते
हैं।
इसलिए,
हमें
एक
कठिन
युद्ध
की
तैयारी
करने
की
आवश्यकता
है।

इस
बीच
यूक्रेनी
जनरल
स्टाफ
ने
बुधवार
को
कहा
कि
बखमुत
के
अंदर
भारी
लड़ाई
जारी
है।
कुछ
दिनों
पहले
रूस
ने
दावा
किया
था
कि
उसने
बखमुत
पर
पूरी
तरह
से
कब्जा
कर
लिया
है।
हालांकि
यूक्रेन
इस
दावे
को
खारिज
कर
दिया
था।

यूक्रेनी
अधिकारियों
ने
कहा
कि
रूस
का
बखमुत
के
केवल
एक
छोटे
से
हिस्से
पर
नियंत्रण
है।
वहीं,
इससे
पहले
वैगनर
ग्रुप
ने
कहा
था
कि
एक
जून
को
वह
बखमुत
का
नियंत्रण
रूस
की
सेना
के
हाथों
में
सौंप
देगी।

आपको
बता
दें
कि
बखमुत,
पूर्वी
यूक्रेन
का
एक
शहर
है।
यह
डोनेट्स्‍त
प्रांत
में
आता
है।
बखमुत
क्षेत्रीय
परिवहन
और
मिलिट्री
सप्‍लाई
का
बड़ा
केंद्र
था।
बखमुत
बड़े
पैमाने
पर
रूसी-भाषा
वाले
औद्योगिक
डोनबास
क्षेत्र
का
हिस्सा
है।
रूस
हमेशा
से
बखमुत
को
अपने
सैन्य
अभियान
के
साथ
जोड़ना
चाहता
था।

यूक्रेन के 'नमक के शहर' बखमुत पर रूस का कब्जा, जेलेंस्की ने मानी हार.. इस जीत से पुतिन को कितना फायदा?यूक्रेन
के
‘नमक
के
शहर’
बखमुत
पर
रूस
का
कब्जा,
जेलेंस्की
ने
मानी
हार..
इस
जीत
से
पुतिन
को
कितना
फायदा?

English summary

Wagner chief says more than 20,000 of his troops died in Bakhmut battle

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