Assam: मुख्यमंत्री-राज्यपाल ने पूरी कैबिनेट के साथ किया राष्ट्रीय स्मारकों का दौरा; CM ने राहुल पर कही यह बात

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा रविवार को अपनी पूरी मंत्रिपरिषद और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा यहां बनाए गए तीन प्रमुख राष्ट्रीय स्मारकों का दौरा करने गए। इस दल में राज्य के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया भी शामिल हैं। एक दिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, राष्ट्रीय पुलिस स्मारक और प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा किया। 

सरमा ने ट्वीट में कहा, माननीय राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मंत्रिमंडल के सहयोगियों की मौजूदगी में नई दिल्ली में राष्ट्रीय युदध स्मारक में अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए प्राणों की आहुति देने वाले हमारे बहादुर जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी वीरता आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिष्ठित युद्ध स्मारक, देश के युद्ध नायकों की वीरता को एक अच्छी श्रद्धांजलि है। हम हमेशा उनके सर्वोच्च बलिदान और समर्पण के ऋणी हैं, जिससे हमने अपना गौरव अर्जित किया। 

उन्होंने आगे कहा कि वह स्मारक का दौर करने के बाद अभिभूत हैं। राष्ट्रीय पुलिस स्मारक के बारे में उन्होंने कहा कि यह बहादुर पुलिस कर्मियों को समर्पित है। उनकी वीरता के प्रति हम कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। आज माननीय राज्यपाल और कैबिनेट सहयोगियों के साथ खाकी में हमारे बहादुर पुरुषों और महिलाओं को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।  

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मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें भव्य राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने का मौका मिला, जिसमें काले ग्रेनाइट के तीस फुट ऊंचे सिंगल ब्लॉक के साथ भव्य सेनोटाफ, राष्ट्रीय संग्रहालय और 35134 (पुलिस) शहीदों के नामों के साथ वीरता की दीवार शामिल है। उन्होंने कहा कि यह मंत्रमुग्ध करने देने वाला है। 

प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा करने के बाद सरमा ने कहा कि यह 1947 से देश के सभी प्रधानमंत्रियों की विरासत और उपलब्धियों को दर्शाता है। उन्होंने कहा, प्रतिष्ठित संग्रहालय भारत के ऐतिहासिक विकास को अच्छी तरह से समाहित करता है। यह एक प्रेरणादायक जगह है। 

राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का 2019 में उद्घाटन किया  गया था। इसे देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को सम्मानित करने के लिए बनाया गया है। यह नई दिल्ली के प्रतिष्ठित इंडिया गेट पर स्थित है। वहीं, चाणक्यपुरी स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक को देश के केंद्रीय और राज्य पुलिस कर्मियों की याद में बनाया गया है। प्रधानमंत्री संग्रहालय देश के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक इमारत है। तीन मूर्ति भवन परिसर में स्थित इस संग्रहालय में राष्ट्र निर्माण में सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को दर्शाया गया है। 

सरमा ने राहुल गांधी पर साधा निशाना

सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि वह इस बारे में (हिंडनबर्ग रिपोर्ट) क्यों बोल रहे हैं? सुप्रीम कोर्ट को इस बारे में फैसला करने दीजिए। उन्हें विदेशी धरती पर देश को बदनाम करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।

राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कश्मीर में कहा था कि उन्हें यात्रा के दौरान कई महिलाएं मिली थी जिन्होंने बताया कि उनके साथ दुष्कर्म हुआ है। इस बयान को लेकर पुलिस उनके आवास पर पहुंची है। इसको लेकर सरमा ने कहा, अगर राहुल गांधी पीड़ित महिलाओं (कथित यौन उत्पीड़न की) के नाम नहीं देंगे तो उन्हें न्याय कैसे मिलेगा? 

अशोक गहलोत के बयान पर यह बोले सरमा

सरमा ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की निंदा करने के लिए कहा होगा और इसलिए वह इसकी निंदा कर रहे हैं। महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से दिल्ली पुलिस द्वारा जवाब मांगने पर अशोक गहलोत के बयान पर बोलते हुए सरमा ने कहा कि अगर राहुल गांधी पीड़ितों का नाम नहीं बताएंगे, तो उन्हें न्याय कैसे मिलेगा? क्या उन्होंने भारतीय संविधान या सीआरपीसी में नागरिक के मौलिक कर्तव्य को नहीं पढ़ा है? जब किसी व्यक्ति को किसी अपराध का संज्ञान होता है, तो यह बताना आपका कर्तव्य है, नहीं तो आप भी अपराधी बन जाओगे।

संबित पात्रा ने राहुल पर उठाए सवाल

इस बीच भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि उनसे कुछ महिलाएं मिलने आई जिन्होंने बताया कि उनके साथ छेड़छाड़ की जा रही है। जब उन्होंने कहा कि क्या मैं इसके बारे में पुलिस को सूचित करूं, तो महिलाओं ने कहा इससे उनकी परेशानी और बढ़ जाएगी। एक महिला के साथ दुष्कर्म हुआ और राहुल गांधी ने सांसद के रूप में देश के सामने यह बात कही, तो क्या यह जानकारी पुलिस के पास नहीं होनी चाहिए? आज पुलिस नोटिस देने उनके घर गई, उनसे उन महिलाओं के बारे में बताने का निवेदन किया। अब कांग्रेस कह रही है कि लोकतंत्र खतरे में है।

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