1270 किमी की दूरी, 21 घंटे लगेंगे
दरअसल, उमेश पाल केस में अतीक अहमद की कोर्ट में पेशी के लिए उसे गुजरात की साबरमती जेल से यूपी लाया जा रहा है। इसके लिए रविवार को अचानक एसटीएफ की टीम गुजरात पहुंच गई। वहां कागजी कार्रवाई हुई और शाम को तकरीबन पौने 6 बजे प्रयागराज पुलिस की टीम अतीक को लेकर यूपी के लिए रवाना हो गई। 40 सदस्यीय टीम अतीक को लेकर 1270 किमी की दूरी तय करेगी। टीम को प्रयागराज पहुंचने में कुल 21 घंटे लग सकते हैं।
पुलिस टीम के रास्ते में पड़ने वाले सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को इस बारे में अलर्ट कर दिया गया है। दो प्रिजन वैन और तीन फोरवीलर के जरिए अतीक को गंगानगर डीसीपी अभिषेक भारती के नेतृत्व में यूपी लाया जा रहा है। पहले भी अतीक यूपी आने में आनाकानी करता रहा है। उसे डर है कि योगी सरकार उसका एनकाउंटर करा सकती है। इस बार अदालती आदेश के कारण उसे यूपी आने पर मजबूर होना पड़ा। हालांकि, जेल से बाहर आते ही उसने अपना डर जाहिर कर दिया।
अतीक ने जाहिर किया एनकाउंटर का डर
साबरमती जेल से निकलने के बाद अतीक ने कहा कि योगी सरकार कोर्ट के कंधे पर बंदूक रखकर उसे मारना चाहती है। अतीक का यह खौफ पूरे रास्ते उसके साथ रह सकता है। उसे रास्ते में गाड़ी पलटने का डर सता रहा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी बीजेपी पर हमला बोलते हुए आशंका जताई है कि अतीक की गाड़ी रास्ते में पलट सकती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि सरकार ने अधिकारियों को बता दिया होगा कि गाड़ी कहां पलटनी। हालांकि, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने इसे खारिज किया है। उन्होंने कहा कि इस बात का कोई मतलब नहीं है। कोर्ट के आदेश पर अतीक को यूपी लाया जा रहा है।
मुख्तार की वापसी की दिलाई याद
अतीक की यूपी वापसी ने अप्रैल 2021 में बाहुबली मुख्तार अंसारी की वापसी की याद दिला दी है। मुख्तार पंजाब के रोपड़ जेल में बंद था। उसे वहां से बांदा जेल शिफ्ट किया जाना था। मुख्तार को लाने के दौरान कई विपक्षी नेताओं और उसके भाई अफजाल ने भी रास्ते में उसके एनकाउंटर की आशंका जताई थी। इस दौरान मुख्तार की वापसी के रूट पर पूरे देश की निगाहें जमी थीं। हालांकि, रास्ते में कई बार काफिले ने रास्ता बदला तो मुख्तार और उसके समर्थकों की धड़कनें बढ़ गईं।
सड़क मार्ग से वापस लाए जा रहे मुख्तार की वापसी पर योगी आदित्यनाथ भी पल-पल की नजर बनाए हुए थे। इस दौरान बीच रास्ते में कई बार काफिले का रूट बदला गया। यही नहीं, दो बार काफिले में शामिल ड्राइवर भी बदले गए। हालांकि, मुख्तार को लाने में पुलिस टीम को 882 किमी की दूरी तय करने में सिर्फ 14 घंटे लगे थे जबकि अतीक को प्रयागराज पहुंचने में 21 घंटे का समय लगेगा।