Basti Bajrang Yadav : यूपीएससी परीक्षा 2022 फाइनल परिणाम मंगलवार को आ गया है। कई ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिनकी स्टोरी हौसला हार कर बैठने वालों के लिए प्रेरणा का काम करेगी।
2020 में पिता की हत्या
बजरंग यादव के पिता राजेश यादव पेशे से किसान थे, जो गांव में खेती किसानी के साथ-साथ गरीब और असहाय लोगों की काफी मदद करते थे। इनके पिता का जुनून इस कदर था कि किसी भी गरीब का यदि कोई जमीन कब्जा कर लेता था तो उन दबंगों से बजरंग यादव के पिता अकेले ही भिड़ जाते थे और उन्हें उनकी जमीन वापस दिला कर ही रहते थे। बजरंग के पिता का यह कार्य गांव के दबंगों को रास नहीं आया और 2020 में दबंगों ने साजिश करके इनके पिता की हत्या कर दी थी, जिसके बाद बजरंग का घर तबाह हो गया। घर में पिता के साथ घटना होने के बाद बजरंग ने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने और गरीबों को न्याय दिलाने के लिए आईएएस अधिकारी बनने की ठान ली। आईएएस बनने की इस जुनून ने ही आज उन्होंने यूपीएससी क्रैक कर लिया।
यूपीएससी की तैयारी दिल्ली में कर रहे थे
बजरंग प्रसाद यादव की प्राथमिक शिक्षा गांव से ही हुई। दसवीं की परीक्षा लिटिल फ्लावर स्कूल कलवारी और इंटरमीडिएट की परीक्षा उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी बस्ती से हुई। साल 2019 में बीएससी मैथ से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से किया और यूपीएससी की तैयारी दिल्ली में कर रहे थे। बजरंग प्रसाद यादव के इस सफलता के बाद लोगों में खुशी का माहौल है।
एक बड़ा अधिकारी ही गरीब और असहायों की मदद कर सकता- बजरंग
बजरंग यादव ने बताया कि मेरे पिता के साथ जो घटना हुई, उसमें मैंने यह पाया कि एक बड़ा अधिकारी ही गरीब और असहायों की मदद कर सकता है, क्योंकि एक मसले को हल करने के लिए हर कोई आईएएस तो नहीं बन सकता, लेकिन एक व्यक्ति आईएएस बनकर कई मसलों को हल कर सकता है।
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप