
चक्रवात फ्रेडी का कहर।
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उष्णकटिबंधीय चक्रवात फ्रेडी ने दक्षिण-पूर्वी अफ्रीका के मलावी में तबाही मचा दी है। मलावी में इस चक्रवात ने 300 से अधिक लोगों की जान ले ली है। सीएनएन ने भूभाग से घिरे देश के आपदा प्रबंधन मामलों के विभाग के हवाले से यह जानकारी दी है।
मलावी के आपदा प्रबंधन मामलों के विभाग ने कहा कि चक्रवात ने 326 लोगों की जान ले ली है। उष्णकटिबंधीय तूफान के मद्देनजर हुई तबाही ने बचे लोगों को फंसा दिया और वे अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अधिकारियों ने आगे कहा कि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक चिलोब्वे में 30 से अधिक लोग मारे गए हैं और दर्जनों लापता हैं। खोज और बचाव के प्रयास जारी हैं। सोमवार को लापता लोगों को खोजने के लिए मलबे में लोगों को फावड़ा चलाते देखा गया, यहां तक कि लोग नंगे हाथों से भी मलबे को हटा रहे थे।
चार बच्चों की मां डोरोथी वाचेपा ने सीएनएन से बात करते हुए कहा कि वह एक हवाई जहाज की आवाज जैसी एक गगनभेदी आवाज सुनकर जाग गई। उन्होंने कहा कि उस समय लगभाग 12 बजे थे और मैंने ऊपर से लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनी। इसके बाद चट्टानों और पेड़ों के साथ कीचड़ भरे पानी की एक धारा पहाड़ से नीचे की तरफ बढ़ने लगी। जिसमें उसकी सारी संपत्ति बह गई। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि सब कुछ खत्म हो गया। मैं छोटे पैमाने पर सब्जियां बेचने का व्यवसाय कर रही थी क्योंकि मेरे पति की 2014 में ही मृत्यु हो गई थी। मेरे पास जो कुछ भी बचा है उससे मैं बच्चों को पालने की कोशिश कर रही हूं।
मौसम विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारी बाढ़ और हानिकारक हवाओं का खतरा बहुत अधिक बना हुआ है। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान फ्रेडी से मलावी, मोजाम्बिक और मेडागास्कर में हुई जनहानि पर शोक व्यक्त किया था। उन्होंने कहा था कि भारत कठिन समय में प्रभावित देशों के लोगों के साथ खड़ा है।