एमएमआरडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, डबल डेकर रोड की फिजिबिलिटी स्टडी पूरी की जा चुकी है। जल्द ही इसकी डिटेल प्रॉजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का काम शुरू किया जाएगा। यह मुंबई की सबसे लंबी डबल डेकर रोड होगी, जिस पर दोनों तरफ वाहनों के आवागमन के लिए 3-3 लेन होंगे। प्राधिकरण की 154वीं बैठक में ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे को ट्रैफिक मुक्त करने वाले इस प्रॉजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। ऐलिवेटेड कॉरिडोर के ईस्टर्न फ्री-वे से कनेक्ट होते ही वाहन बिना रुके तेज गति से ठाणे से घाटकोपर तक का सफर तय कर सकेंगे।
हाइवे पर ऐलिवेडेड कॉरिडोर के बनने से मुंबई-ठाणे के बीच हैवी ट्रैफिक की परेशानी खत्म हो जाएगी। वाहन चालकों को बिना किसी बाधा के मुंबई से ठाणे तक पहुंचने में आसानी होगी।
-एस.वी.आर. श्रीनिवास, कमिश्नर (एमएमआरडीए)
सफर होगा आसान
ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे सायन जंक्शन के करीब से ठाणे के माजिवाडा जंक्शन तक फैला हुआ है। गुजरात और नाशिक की दिशा से आने वाले वाहन इस हाइवे के जरिए मुंबई में प्रवेश करते हैं। हाइवे से हर घंटे हजारों वाहनों की आवाजाही होती है। पीक ऑवर में हाइवे के कई जंक्शन पर वाहनों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा वाहनों की कतार छेड़ानगर जंक्शन पर देखी जा सकती है। बीते कुछ सालों में वाहनों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है, नतीजतन ट्रैफिक जाम की समस्या समय के साथ बढ़ती जा रही है।
फंड का इंतजाम
एमएमआर क्षेत्र में नागरिक आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंच सके इसके लिए एमएमआरडीए एक साथ कई योजनाओं पर काम कर रहा है। परियोजनाओं के लिए फंड का इंतजाम करने के लिए एमएमआरडीए ने सरकार से मुंबई के सभी टोल नाकों पर टोल कलेक्शन का अधिकार मांगा है। एमएमआर रीजन के हर हिस्से में लोग कुछ ही मिनटों में पहुंच सकें। इसके लिए शिवडी-न्हावासेवा ट्रांस हार्बर लिंक प्रॉजेक्ट, शिवडी-वर्ली कनेक्टर, विरार-अलीबाग कॉरिडोर, वसई-भाईंदर ब्रिज, कोस्टल रोड, वर्सोवा-बांद्रा सी-लिंक और बांद्रा-वर्ली सी-लिंक को एक-दूसरे से कनेक्ट किया जाएगा।
क्यों है महत्वपूर्ण
मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ने वाला 22 किमी लंबा एमटीएचएल प्रॉजेक्ट करीब 90 फीसदी तक बनकर तैयार हो चुका है। इस वर्ष के अंत या आगामी वर्ष के आरंभ से एमटीएचएल पर वाहनों की आवाजाही शुरू होने की उम्मीद है। एमटीएचएल से मुंबई आने वाले वाहन ईस्टर्न फ्री-वे जरिए कुछ ही मिनट में शिवडी से घाटकोपर तक पहुंच जाएंगे। कम समय में ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे पर अधिक वाहनों के पहुंचने पर भविष्य में हाइवे पर ट्रैफिक की समस्या और विकराल रूप ले सकती है। ऐसे में, डबल डेकर मार्ग भविष्य की जरूरतों को पूरा करने वाला साबित होगा।
हैवी ट्रैफिक की परेशानी खत्म होगी
एमएमआरडीए के कमिश्नर एस.वी.आर. श्रीनिवास ने कहा कि हाइवे पर ऐलिवेडेड कॉरिडोर के बनने से मुंबई-ठाणे के बीच हैवी ट्रैफिक की परेशानी खत्म हो जाएगी। वाहन चालकों को बिना किसी बाधा के मुंबई से ठाणे तक पहुंचने में आसानी होगी।