केएनडीएफ का कहना है कि सेना के हमले में 29 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। म्यांमार के मीडिया में छपी खबरों के अनुसार, सेना ने लोगों को मठ की दीवार के सहारे खड़ा करके गोलियों से भून दिया।
International
oi-Sanjay Kumar Jha

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म्यांमार
में
फिर
से
भीषण
नरसंहार
की
घटना
को
अंजाम
दिया
गया
है।
शान
प्रांत
में
एक
मठ
में
शनिवार
को
तीन
भिक्षुओं
सहित
कम
से
कम
29
लोगों
की
हत्या
कर
दी
गई।
म्यांमार
नाउ
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक
स्थानीय
विद्रोही
समूह
KNDF
और
सेना
समर्थित
जुंटा
ने
एक-दूसरे
पर
नरसंहार
करने
का
आरोप
लगाया
है।
रिपोर्ट
के
मुताबिक
जिन
लोगों
की
हत्या
हुई
है,
उन्होंने
देश
के
दक्षिणी
इलाके
शान
प्रांत
के
बौद्ध
मठ
में
पनाह
ले
रखा
था।
रविवार
को
ऑनलाइन
पोस्ट
की
गई
तस्वीरों
में
गांव
के
मठ
के
प्रवेश
द्वार
के
पास
खून
से
लथपथ
कई
शव
दिखाई
दे
रहे
हैं,
जिनमें
तीन
बौद्ध
भिक्षुओं
के
हैं।
मठ
के
सामने
के
हिस्से
पर
भी
गोलियों
के
निशान
थे।
म्यांमार
नाउ
की
रिपोर्ट
के
अनुसार,
इस
महीने
की
शुरुआत
में
सागैंग
क्षेत्र
के
म्यिनमु
टाउनशिप
में
जून्टा
सैनिकों
द्वारा
कथित
तौर
पर
17
ग्रामीणों
की
हत्या
करने
के
कुछ
ही
हफ्तों
बाद
ताजा
घटना
शनिवार
को
नन्नेइन्ट
गांव
में
हुई
है।
सरकार
विरोधी
करेनी
नेशनलिटीज
डिफेंस
फोर्स
(KNDF)
द्वारा
प्रकाशित
और
म्यांमार
नाउ
द्वारा
स्वतंत्र
रूप
से
सत्यापित
की
गई
तस्वीरों
में
स्पष्ट
रूप
से
पीड़ितों
के
सिर
और
उनके
शरीर
के
अन्य
हिस्सों
पर
बंदूक
की
गोली
के
घाव
दिखाई
दे
रहे
हैं।
जिस
जगह
पर
ये
घटना
हुई
है,
वह
इलाका
शान
प्रांत
की
राजधानी
नायपयीताव
और
पड़ोसी
देश
की
थाईलैंड
की
सीमा
के
बीच
स्थित
है।
केएनडीएफ
एक
सशस्त्र
गुट
है,
जो
म्यांमार
की
सेना
के
खिलाफ
कार्यों
को
अंजाम
देती
है।
KNDF
के
प्रवक्ता
के
अनुसार,
“यह
ऐसा
था
जैसे
उन्हें
मठ
के
सामने
खड़ा
कर
दिया
और
भिक्षुओं
सहित
उन
सभी
को
क्रूरता
से
गोली
मार
दी।
प्रवक्ता
ने
कहा
कि
अब
तक
कुल
22
शव
बरामद
किए
जा
चुके
हैं,
जबकि
अन्य
सात
के
अभी
भी
घटनास्थल
पर
होने
की
आशंका
है।
KNDF
प्रवक्ता
ने
कहा
कि
मठ
के
पीछे
सात
और
शव
हैं
जिन्हें
हम
अभी
तक
एकत्र
नहीं
कर
पाए
हैं।
इस
गांव
के
एक
अधिकारी
ने
स्थानीय
अखबार
द
इरावदी
को
बताया
कि,
KNDF
ने
कुछ
गांवों
पर
कब्जा
कर
लिया
है
और
इसलिए
म्यांमार
की
सेना
अब
उन
पर
गोलाबारी
कर
रही
है।
इस
बीच,
म्यांमार
के
जुंटा
प्रवक्ता
मेजर
जनरल
ज़ॉ
मिन
तुन
ने
इस
हत्याकांड
में
सेना
से
जुड़े
आरोपों
को
खारिज
कर
दिया
है।
म्यांमार
के
सरकारी
समाचार
पत्र
ग्लोबल
लाइट
में
मेजर
तुन
ने
इस
हत्याकांड
का
जिम्मेदार
KNDF
को
ठहराया
है।
एडवोकेसी
ग्रुप
असिस्टेंस
एसोसिएशन
फॉर
पॉलिटिकल
प्रिजनर्स
(AAPP)
के
अनुसार,
तख्तापलट
के
बाद
से,
म्यांमार
में
कम
से
कम
2,900
लोग
जुंटा
सैनिकों
द्वारा
मारे
गए
हैं
और
17,500
से
अधिक
गिरफ्तार
किए
गए
हैं।
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English summary
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