केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बेहतर हाईवे और स्पीड के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय स्तर के व्हीकल टायरों की जरूरतों पर रोशनी डाली है। पीटीआई की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। मंत्री ने कथित तौर पर कहा कि भारत सरकार टायर निर्माताओं के लिए नए मानदंड तैयार करेगी, जिससे टायर फटने के कारण दुर्घटनाओं की संख्या में कमी सुनिश्चित होगी। गडकरी ने यह भी कहा कि सरकार टायर मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री से सलाह-मशविरा करने के बाद इस गाइडलाइन को तैयार करेगी।
पिछले कुछ वर्षों में, केंद्र सरकार वाहनों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई उपाय कर रही है। सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए, नया कदम टायर निर्माण मानक हो सकता है, जिसके बारे में नितिन गडकरी ने संकेत दिया है। अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजमार्गों में सुधार के साथ देश भर में वाहनों की रफ्तार में सुधार हुआ है। टायरों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जाना चाहिए जो परफॉर्मेंस की जरूरत को पूरा कर सके।
गडकरी ने कहा, “देश में बेहतर राजमार्गों के साथ वाहनों की रफ्तार में सुधार हुआ है, इसलिए अब हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के टायर बनाने होंगे। हम जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के टायरों की जरूरत के अनुसार मानदंड बनाएंगे ताकि टायर फटने से कोई दुर्घटना न हो।”
मंत्री ने आगे कहा कि ऐसे 32 हाईवे बन रहे हैं जहां बेहतर स्पीड मिलती हैं। इन सड़कों के बनने से रफ्तार तो बढ़ेगी ही, टायरों की गुणवत्ता भी अच्छी होनी चाहिए। क्योंकि अब ऐसे 32 हाईवे बन रहे हैं, तो न सिर्फ स्पीड बढ़ेगी, बल्कि स्वाभाविक रूप से हम इस सवाल पर भी नजर रखेंगे कि इससे दुर्घटनाएं न हो।
सड़कों के निर्माण के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में 917 किलोमीटर लंबे 6-लेन के आर्थिक गलियारे का काम इस साल अक्तूबर तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान में 637 किलोमीटर 6-लेन के आर्थिक गलियारे के 550 किलोमीटर का 93 प्रतिशत पहले ही 15,000 करोड़ रुपये की लागत से पूरा हो चुका है। यह गलियारा पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और गुजरात के 15 जिलों से होकर गुजरेगा।